AMAN AJ

Add To collaction

अंतरिक्ष युद्धम 8

  

    
    एलियंस का पलायन
    
    चंद घंटों पहले पृथ्वी से निकली एलियन स्पेसशिप सौरमंडल को पार कर रहा था। स्पेसशिप का डिजाइन देखने से लग रहा था कि इसे मुख्य तौर पर प्रकाश गति से ज्यादा स्पीड पर उड़ने के लिए बनाया गया है। स्पेसशिप को गति देने के लिए चार मुख्य लॉन्चर थे, चारों लांचर स्पेस शिप के पीछे निश्चित अंतराल की दूरी पर लगे हुए थे। सामने की तरफ एक सुरक्षा कवच था जो किसी तरह की प्लाज्मा किरणों से संचालित हो रहा था। ‌यह सुरक्षा कवच पूरी स्पेसशिप के इर्द-गिर्द एक मैग्नेटिक और इलेक्ट्रिक फील्ड जनरेट कर रहा था; जो उस और आने वाले किसी भी दूसरे खतरों से उसका बचाव करता था।
    
    स्पेसशिप के अंदर मुख्यत 3 खास जगह थी। पहली जगह स्पेस शिप के लांचर के साथ जुड़ी हुई थी, यह कई सारी गैलरीओं का एक समूह था जिनमें लगभग एक दर्जन से ज्यादा गैलरीया तारों और रसिया के सर्किट से भरी पड़ी थी। दूसरी जगह स्पेस शिप का मध्य का हिस्सा था, यह गोल स्विमिंग पूल जैसा दिखाई दे रहा था। हल्के नीले रंग से बना यह हिस्सा स्पेसशिप के आकर्षण का केंद्र था। इसके नीचे कांच का फर्श बना हुआ था जिस पर कई तरह के डिजाइनदार सर्किट थे। यहां सामने की दीवार की तरफ एक लंबी सकरीन भी थी जो बाहर के दृश्य दिखा रही थी। स्पेसशिप को यहीं से कंट्रोल किया जाता था।
    
    तीसरा जगह स्पेसशिप के आगे वाले हिस्से में थी जहां कुछ गुंबद के आकार की आकृतियां थी, देखने से यह एलियन का विश्राम गृह लग रहा था। तीनों हिस्से छोटे छोटे कई तरह के दरवाजों से आपस में जुड़े हुए थे। दरवाजों के बीच में कुछ गोल पाइप जैसी संरचनाए थी जिसे पार करने के लिए एक दरवाजे से दूसरे दरवाजे के मध्य चलना पड़ता था।
    
    स्पेसशिप के मध्य हिस्से में, जहां स्पेसशिप पर पूरा नियंत्रण रखा जाता है वहां तीन एलियन खड़े थे। दो एलियन वही थे जो राज को पकड़ कर लाए थे जबकि एक नया था। उसकी वेशभूषा और चाल ढाल देखकर लग रहा था की वह इन सभी का कप्तान है। आकार और रंग रूप में वह कुछ ज्यादा अलग नहीं था। आकार ऊंचा था और चौड़ाई में काफी ज्यादा, इसके अतिरिक्त मगरमच्छ जैसा दिखने वाला मुंह और उसके ऊपर कांच की एक गोल ग्लोब जैसी आकृति। बाकी सब इंसानों जैसा दिखता था, दो हाथ और दो पैर। वह बार-बार सामने की स्क्रीन पर कुछ कोड वर्ड डाल रहा था, प्रत्येक कोड वर्ड डालने के बाद आगे की खाली जगह स्केन होती जा रही थी और वहां लाल रंग का एक जालीदार नक्शा दिख रहा था। वह ऐसा तब से कर रहा था जब से उसकी स्पेसशिप धरती से रवाना हुई थी।
    
    बाकी के दो एलियंस में से एक एलियन ने राज को पकड़ रखा था। उसने राज को कदमों के बल जमीन पर बिठाकर उसके सर पर बंदूक तानी हुई थी। उसके साथ का दूसरा एलियंस किसी डिवाइस के छेड़खानी कर रहा था।
    
    लगभग कुछ देर तक डिवाइस से छेड़खानी करने के बाद उसमें से कर कर की आवाज आने लगी। जैसे ही डिवाइस से करकर की आवाज आई उसने अपने कप्तान को कुछ कहा। कप्तान ने सर हिला कर हामी भर दी। एलियन ने डिवाइस के अंदर का एक बटन दबाया और उसे राज की तरफ कर दिया।
    
    बटन से एक आवाज आई "हेलो, 4J, आपका स्वागत है। मैं जीकनोर अब हिंदी भाषा समझने और बोलने के लिए तैयार हूं। जनडोर भाषा का ट्रांसफर मैन्युअल भी जल्द शुरू हो जाएगा। इसके बाद हिंदी भाषा जनडोर भाषा में और जनडोर भाषा हिंदी भाषा में रूपांतरित होने लगेगी"
    
    यह सुनने के बाद एलियन ने डिवाइस अपनी तरफ किया और उसे कान से लगा कर थपथपाने लगा। डिवाइस ने जो भी कहा था वह हिंदी भाषा में था और इसे सिर्फ राज ही समझ सकता था, जबकि एलियन को इसमें से कुछ भी समझ नहीं आया था। डिवाइस से पुनः एक आवाज आई, इस बार आवाज कुछ अलग थी। आवाज के तरीके और उसके ठहरने के अंदाज से लग रहा था कि यह वही लाइनें हैं जो अभी ऊपर हिंदी में बोली गई थी, लेकिन अबकी बार यह उनकी भाषा में थी। सभी लाइने पूरी होने के बाद एलियन ने हां में गर्दन हिलाई और उसे राज के आगे फेंक दिया। पीछे के एलियन ने बंदूक का दबाव डालते हुए राज को वह डिवाइस उठाने के लिए कहा।
    
    एलियन द्वारा की गई जबरदस्ती के कारण राज को वह डिवाइस उठाना पड़ा। राज ने डिवाइस उठाया और कपकपातें हुए लहजे में बोला "हेलो।।।" इतना बोल कर वह रुक गया।
    
    राज की आवाज सुनने के बाद डिवाइस में कुछ हलचल होने लगी। फिर आवाज आई "हाय" यह किसी लड़की की आवाज थी "मैं जीकनोर हुं, और मैं यहां आपकी मदद के लिए हुं। आप जो भी कहेंगे मैं उसको जनडोर भाषा में बदलुंगी। और जनडोर भाषा में जो भी कहा जाएगा उसका रूपांतरण हिंदी में करूंगी" राज पहले तो उस डिवाइस को देखता रहा लेकिन जब उसकी बात पूरी हो गई तब उसने हिम्मत करके कहा।
    
    "यह सब क..कौन न है और मेरे साथ क्या करना चाहते हो??" जाहिर है, उसके मन में सबसे पहला सवाल यही होगा।अभी भी उसकी आवाज में कंपकपाहट थी।
    
    डिवाइस ने जवाब दिया। उसकी आवाज में उतनी ही स्पष्टता थी जितनी किसी लड़की की आवाज में होती है और कहने का अंदाज भी आकर्षक और मनमोहक था। "जी, आपको घबराने की कोई आवश्यकता नहीं। यह 4J हैं। हाल फिलहाल में इनका मकसद आपको जनडोर ग्रह के मुख्य तक लेकर जाना है।"
    
    "जनडोर ग्रह!! पर मैं इसके बारे में नहीं जानता" जनडोर ग्रह जैसा नाम सुन राज को आश्चर्य हुआ। उसने ना तो आज तक यह नाम कभी अपनी किताबों में सुना था और ना ही इसका परिचय कहीं और देखा, राज के पूछने पर डिवाइस ने कहा "जी, जनडोर ग्रह आपकी पृथ्वी जैसा ही एक ग्रह है जो पृथ्वी से 2.8 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर सोमब्ररो गैलेक्सी में हैं। इस आकाशगंगा का प्रसार तकरीबन 50 प्रकाश वर्ष तक है और इसका आकार 800 अरब सूरज के बराबर है।"
    
    सबसे पहले 2.8 प्रकाश वर्ष की दूरी सुनते ही राज के होश उड़ गए, उसका मुंह लगभग सूख गया था और फिर चौड़ाई की सीमा ने उसे चक्कर खाने पर विवश कर दिया। उसने मुंह में थूक इकट्ठा किया और उसे अंदर गिटककर बोला "2.8 प्रकाश वर्ष दूर... क्या यह सच है या फिर मैं कोई सपना देख रहा हूं.. और अगर ऐसा है तो मेरा वहां क्या काम"
    
    "जी, यह पूरी तरह सच है। और वही बात आपके काम की, इसकी जानकारी आपको वहां जाकर मिल जाएगी। मुझे इस तरह की जानकारी देने के निर्देश नहीं दिए गए हैं।"

***

    मिशा और मिस्टर रावत की कारागृह

    मिशा और मिस्टर रावत दोनों एलियंस की गिरफ्त में थे। वह उन्हें जिस और लेकर जा रहा था दोनों को उस और चलना पड़ रहा था। अगर वह बीच में रुकने की कोशिश करते तो पीछे का एलियन बंदूक से उन्हें धक्का मार कर आगे की ओर खिसका देता। जब एलियन शिप धरती से रवाना हो रहा था तब उन्होंने बाहर निकलने की कोशिश की थी, लेकिन दरवाजे तक पहुंचते-पहुंचते दरवाजा बंद हो गया था। उसके बाद जब पीछे के एलियंस ने उन्हें पकड़ा तब उनके पास और कोई रास्ता नहीं बचा था। एलियन उन्हें जो करने के लिए कह रहा था वह उन लोगों को करना पड़ा। मिस्टर रावत यकीनन इस बात से खुश थे कि वो यहां फसने वाले इकलौते इंसान नहीं, उसके साथ मिशा भी है, जिससे कम से कम खतरा पड़ने पर उससे किसी तरह की उम्मीद तो जताई जा सकती है। वही मिशा इस तरह की चीजें ना सोच कर सिर्फ यही सोच रही थी कि अब आगे क्या?? वह लोग धरती पर वापस कैसे जाएंगे?? उन्हें एलियंस ने पकड़ लिया है?? अगर वह जैसे-तैसे कर इन एलियन से बच भी जाते है तब भी ऐसा नहीं कि वह धरती पर पहुंच पाएंगे। पता नहीं इस तरह के कितने एलियनस है जो इस स्पेसशिप के अंदर है, धरती पर वापस जाने के लिए इन सभी एलियन से लड़ाई करनी पड़ेगी। उनके हाथ में जो हथियार है उनकी क्षमता का भी कोई अंदाजा नहीं, अभी तक जितनी भी फिल्में और कहानियां सुनी है उसमें एलियंस को हमेशा ताकतवर दिखाया गया है और उनकी तकनीक भी कई गुना बढ़ा चढ़ाकर बताई गई है। ऐसे में उनके हथियार आम तो बिल्कुल नहीं होंगे, हो सकता है वह किसी तरह की लेजर किरणें छोड़ते हो जो इंसान को एक ही क्षण में आग बना दे। इस बात की भी संभावना है कि इन हथियारों के अलावा एलियंस खुद भी ताकतवर होंगे, उनकी शारीरिक क्षमता और बौद्धिक क्षमता, इसका भी आकलन करना आवश्यक है। मिशा का दिमाग एक कुशल जासूस की तरह अपने अगले प्लेन के लिए ताने-बाने बुन रहा था। जासूसी फितरत से वाकिफ मिशा अंदर ही अंदर दुश्मन की तकनीक और ताकत का अंदाजा लगा रही थी लेकिन इतना काफी नहीं। उसे इन सब का पता लगाने के लिए समय चाहिए। अगर वह ऐसा करती है तो वह लोग धरती से और दूर हो जाएंगे। धरती से दूर होने का मतलब है उनके वापिस जाने की कम संभावना।

    एलियन उन्हें ऐसे ही चलाते हुए एक गोल कमरे की तरफ ले आया। कमरे की दिशा और दशा देखने से लग रहा था कि यह उनका कारागाह या फिर ऐसी जगह है जहां वह किसी को कैद करके रख सकते हैं। कमरे के बाहर छोटे-छोटे बटन लगे हुए थे, जिन पर कुछ अलग तरह के आकार अंकित थे। यह एलियंस की उनकी अपनी कोई गिनती के नंबर होंगे। अंदर की तरफ दो छोटी-छोटी बेडनुमा आकृतियां थी। एलियंस ने मिशा और मिस्टर रावत को धक्का दिया और उस कमरे के अंदर धकेल दिया। धक्के से मिशा गिरती गिरती बची थी जबकि मिस्टर रावत तो गिर ही चुके थे। इसके बाद एलियन ने बाहर अंकित नंबरों पर कुछ बटन दबाएं और कमरे के आगे कांच की रोड जैसा कुछ निकल आया। यह कमरा मिशा और मिस्टर रावत के लिए एक जेल ही था।

    दोनों को बंद करने के बाद एलियन वहां से चला गया जबकि मिशा ने मिस्टर रावत को खड़े होने में मदद की।

    मिस्टर रावत ने खड़े होते हुए खुद को संभाला और अपने इर्द-गिर्द देखने लगे "लगता है हम लोग यहां बहुत बड़ी मुसीबत में फंस चुके हैं, अब यहां से ना तो बचने का रास्ता, ना ही वापिस जाने का रास्ता। धरती पर भी किसी को हमारी कोई खबर नहीं मिलेगी, अगर जैसे तैसे कर खबर मिल भी जाती है तब वह लोग भी हमें कभी ढूंढ नहीं पाएंगे। उनके पास तो ऐसी तकनीक भी नहीं जो इनका मुकाबला कर सके"

    "हां" मिशा ने भी अपने आसपास के कुछ चीजें देखी "हम इन हालातों में धरती वासियों से किसी तरह की उम्मीद नहीं कर सकते, वह हमारी मदद नहीं कर पाएंगे। जो भी करना है वह हमें ही करना हैं। अगर चीजों को समझा जाए तो सबसे पहले हम एलियंस की ताकत का पता लगाना होगा फिर इनके इरादे और इसके बाद में इनकी कमजोरी। इसके बाद ही हम इन लोगों से मुकाबला कर पाएंगे"

    मिस्टर रावत ने मिशा की बात ध्यान से सुनी। इस परिस्थिति में भी वो सही ढंग से निर्णय लेने में समर्थ थी। शायद इसीलिए कहा जाता है कि लड़कियां मुश्किल हालातों में भी निर्णय ले सकती है। वहीं अगर लड़के इस तरह के हालातों में फस जाए तो वह सिर्फ जो होगा देखा जाएगा ही कहकर जो करना होता है कर देते हैं। "मैं तुम्हारे विचारों से सहमत हूं, हम लोग यहां से बचकर बाहर जा सकते हैं। अगर कोशिश करें तो इन एलियंस के इरादे भी जान सकते हैं। पर शायद.. अभी नहीं... अभी तो हमें इंतजार करना होगा। जब सही वक्त आएगा तब हम अपने बनाए गए प्लेन का अनुसरण करेंगे" मिस्टर रावत ने अंततः जवाब दिया।

    मिशा ने भी गर्दन हिलाकर इस बात में हामी भर दी। मौका मिलते ही वह लोग एक शिकारी की भांति उसे दबोच लेंगे, भले ही इसके परिणाम कुछ भी क्यों ना हो।

    मिशा और मिस्टर मिस्टर रावत को कमरे में बंद करने वाला एलियंस स्पेसशिप के मध्य भाग में अपने दूसरे साथियों के पास पहुंच गया। वहां पहले से ही उसके 3 साथी और बंदी बनाया गया राज था। वहां जाकर उसने अपने कप्तान से कुछ कहा और फिर उसे कुछ इशारे किए। शायद वह अपनी भाषा में कप्तान को मिशा और मिस्टर रावत के बारे में बता रहा था। इशारों इशारों में उसने बताया होगा कि वह उन्हें कैद कर चुका है। पूरी बात सुनने के बाद कप्तान ने गर्दन हिलाकर उसे जताया कि वह उसके इस काम से खुश है। 

***


    परिचय 4J का

    राज अभी भी करोड़ों प्रकाश वर्ष की दूरी सुनकर अचंभे में था, लेकिन अब वह अपने इर्द-गिर्द खड़े चार एलियंस को भी देख रहा था। सामने के चारों एलियंस उसे देख रहे थे। इतना तो तय था कि इस स्पेशिप में यही चार एलियंस है। अब जब चारों एक साथ खड़े हैं तो उनकी आपस में तुलना भी की जा सकती थी। इन एलियंस का जो कप्तान था वह इनमें सबसे ज्यादा लंबा था। इसके बाद बाकी के सभी एलियंस की लंबाई घटते क्रम में थी। लंबाई के इस क्रम में दूसरे नंबर पर राज को पकड़ने वाला एलियन, तीसरे नंबर पर उस एलियंस का साथी और चौथे नंबर पर मिशा और मिस्टर रावत को पकड़ने वाला एलियन आ रहा था। चार में से तीन के मुंह एक जैसे थे जबकि चौथा एलियंस जिसने मिशा और मिस्टर रावत को पकड़ा था उसका मुंह अलग था। चौथे वाले की नाक बाकी दोनों की तुलना में अलग थी और वह उसके मुंह के नीचे बनी हुई थी। ‌ इसके अलावा उसकी लातों के बीच में कट भी थे जो दूसरे तीनों एलियंस की लातों में नहीं थे। शुरुआती आकलन में इतना कहा जा सकता है कि इन तीन एलियंस की जाति एक रही होगी जबकि उस एलियंस की जाति अलग होगी। यह चारों मिलकर एक सम्मिलित ग्रुप का हिस्सा है जिन्होंने धरती तक अपनी यात्रा की। चारों के बीच होने वाली बातचीत और स्वभाव से यह भी स्पष्ट था कि उनके बीच किसी तरह की ईष्र्या या द्वेष नहीं। सब आपस में अच्छे से और भाईचारे के साथ बात कर रहे थे। एक दूसरे की बातों को अच्छे से मान भी रहे थे। हर कोई अपने काम को बेहतरीन तरीके से जानता था, जैसे कि जिस एलियंस ने मिशा और मिस्टर रावत को पकड़ा था, उसे अच्छे से पता था उसे क्या करना है। उसने बिना किसी से पुछे उन दोनों को एक कमरे में बंद कर दिया और फिर आकर अपने कप्तान को बताया। इससे उनकी आपसी सूझबूझ का परिचय भी मिलता है। राज काफी देर तक उन एलियंस को एक-एक कर देखता रहा, फिर अपने मस्तिष्क में उनके पीछे जुड़ी कुछ काल्पनिक कहानियां बनाई। ज्यादातर कहानियां वही काल्पनिक और फिल्मों में दिखाई जाने वाली कहानियां जैसी थे, जैसे यह कोई स्टार वॉर्स जैसा कोई ग्रुप या संगठन होगा जो दुनिया को बचाने का काम करते हैं, या फिर यह किसी तरह के खतरनाक आंतकवादी टाइप एलियंस होगें जिनका मकसद दूसरी दुनिया पर कब्जा करना है। कुछ भी हो सकता है, राज अपने मस्तिष्क में जो सोच सकता था उसने सोचा। तमाम तरह की काल्पनिक कहानियां बनाने के बाद राज ने डिवाइस से कहा

    "क्या मुझे इनका परिचय मिल सकता है, मुझे यह सब खड़े खड़े बहुत अजीब लग रहे हैं। ऐसे लग रहा है जैसे मेरे सामने साक्षात यमराज और उनके 3 साथी खड़े हैं, जो कभी भी मुझ पर बरस कर मेरा काम तमाम कर सकते हैं"

    डिवाइस से आवाज आई"यमराज, मैं इस शब्द का अर्थ जानती हूं, गूगल से प्राप्त जानकारी कह रही है कि इसका तात्पर्य मौत के देवता से है लेकिन यह सब मौत के देवता नहीं बल्कि 4J हैं।"

    "4J, मैं यह नाम पहले भी सुन चुका हूं पर इसका मतलब क्या है??" क्योंकि राज को डिवाइस से किसी तरह का खतरा नहीं था। इसलिए वह इस समय डिवाइस से तो खुलकर बात कर पा रहा था।

    "जी, 4J का तात्पर्य नाम से है, इनके नाम आपकी हिंदी भाषा के अनुरूप जॉर्ज, जैक, जीवन और जय हैं।" डिवाइस ने सभी के नाम उनकी लंबाई के क्रम में बताएं। कप्तान का नाम जॉर्ज था, राज को पकड़ने वाले एलियंस का नाम जेक, उसके साथी का नाम जीवन और मिशा और मिस्टर रावत को पकड़ने वाले एलियंस का नाम जय था। डिवाइस से आगे आवाज आई "यह 4J 'महान वैनाडा' के सबसे भरोसेमंद सेप्टा है। 'महान वैनाडा' को जब भी ऐसा कोई काम करना होता है जहां नामुमकिन जैसा शब्द आ जाए वहां वह 4J को भेजते हैं। आपकी भाषा के अनुरूप यह 'महान वैनाडा' के आदेश पर काम करने वाले चार बेहतरीन सिपाही है, जो उनके एक आदेश पर कुछ भी कर सकते हैं"

    "अब यह 'महान वैनाडा' कौन है??'

    "जी, जनडोर ग्रह के मुखिया का नाम ही महान वैनाडा है। वह जनडोर ग्रह को सुचारू ढंग से चलाने का काम करते हैं। हमारी ग्रह में होने वाले हर अच्छे और बुरे काम की जिम्मेदारी उन्हीं की है। ग्रह को बाहरी खतरों से बचाना और वहां पनपने वाले जीवन का ध्यान रखना उनके कार्यक्षेत्र में आता है"

    राज ने अपने होंठ मुंह में दबा लिए, संभवत इस वक्त वह सिर्फ कुछ ही बातें समझ पा रहा था। जो मोटी मोटी बातें उसे समझ में आई उसमें जनडोर ग्रह; जो पृथ्वी की तरह ही एक ग्रह है और वह सोमब्ररो नाम की किसी गैलेक्सी में है, फिर 4J का परिचय जो असल में 4 नाम है; जॉर्ज, जैक, जीवन और जय और फिर महान वैनाडा; जो उनके ग्रह के मालिक हैं। बस इतना ही समझ में आया था।

    एलियंस काफी देर से उसे और डिवाइस के बीच होने वाली बातचीत को देख रहे थे। हालांकि उन्हें यह समझ नहीं आ रहा था कि दोनों के बीच क्या बात हो रही है लेकिन वह इसे जब चाहे तब समझ सकते थे। डिवाइस पर जितना नियंत्रण राज का था उससे कहीं ज्यादा नियंत्रण उन एलियंस का था। जॉर्ज यानी एलियंस के कप्तान ने जैक और जीवन की तरफ देखा। फिर उनमें कुछ बातचीत हुई और जैक और जीवन में से जैक आगे आया और उसने राज को उठने के लिए कहा। इसके बाद वह राज को उसी तरफ लेकर जाने लगा जिस तरफ मिशा और मिस्टर रावत को कैद करके रखा गया था। दोनों स्पेसशिप के मध्य भाग से निकले और उसके पीछे की तरफ आ गए। पीछे की तरफ सामने ही कारगाह तो, एक में तो मिस्टर रावत और मिशा पहले से ही बदं थे जबकि दूसरे में उन्होंने राज को धकेल दिया। इस दौरान मिशा और मिस्टर रावत ने राज को नही देखा, ना ही राज का ध्यान उन दोनों पर गया। मिशा और मिस्टर रावत तथा राज दोनों के कारागाह एक दूसरे से जुड़े हुए थे, अर्थात उन दोनों के बीच एक उभयनिष्ठ दीवार थी। 

   33
3 Comments

Fiza Tanvi

20-Nov-2021 01:05 PM

Good

Reply

Angela

01-Sep-2021 03:33 PM

Wow

Reply

Miss Lipsa

30-Aug-2021 08:45 AM

Nice ...!!

Reply